जब कोई महिला अपनी pregnancy के लिए try करती है तो अक्सर उनके मन में यह सवाल होता है की अंडा फटने के बाद गर्भावस्था के लक्षण (Pregnancy Symptoms After Ovulation in Hindi) कब और कितने दिन में दीखते है।
तो आपको बता दे की ज्यादातर महिलाओ को ओवुलेशन के बाद प्रेगनेंसी के लक्षण (pregnancy symptoms in hindi) को पहचानना मुश्किल हो जाता है। लेकिन इनके कुछ मुख्य लक्षण होते है जिनको आप गर्भावस्था के शुरुआती लक्षण (प्रेगनेंसी के लक्षण इन फर्स्ट वीक) कह सकते हो।
तो आज के इस आर्टिकल में में आपको बताउंगी की अंडा फटने के बाद गर्भावस्था के लक्षण क्या होते है?
सबसे पहले यह जान लेते है की,
ओवुलेशन क्या होता है | ovulation meaning in Hindi
ओवुलेशन (Ovulation in Hindi) का मतलब महिला की ovary में से परिपक्व अंडे का रिलीज़ होना। यह प्रक्रिया हर महीने होती है। ओवुलेशन के समय पर महिला की प्रेग्नेंट होने की संभावना सबसे ज्यादा होती है।
आमतौर पर महिलाओ का पीरियड 28 दिन का होता है। इस पीरियड साइकिल (menstrual cycle) में कुछ दिन ऐसे होते है जिसमे ovulation period आता है। महिला के पीरियड्स खत्म होने के बाद के 12 से 16 वे दिन का समय ओवुलेशन पीरियड होता है।
ओवुलेशन कब होता है?
लड़की के जन्म के समय पे उनके ओवरी में करीबन 2 करोड़ जितने eggs होते है। जो लड़की के युवान होते होते मासिक धर्म शुरू होने के समय तक करीबन 3-4 लाख तक ही एग्स बचते है।
यह सारे eggs में से हर एक पीरियड साइकिल में एग विकसित होता है और धीरे धीरे परिपक्व होने लगता है। और धीरे धीरे fallopian tube में आ जाता है और वहा पर fertilize होने के लिए sperm (शुक्राणु) का इंतज़ार करता है। उस समय को ओवुलेशन कहते है यानि की तब ओवुलेशन होता है।
जब यह अंडा शुक्राणु के साथ मिलकर फर्टिलाइज़ नहीं हो पाता है तब वो गर्भाशय की दिवार में से होकर ब्लीडिंग के रूप में बहार आ जाता है जिनको हम पीरियड्स कहते है।
पीरियड्स खत्म होने के कुछ दिन बाद महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन बनने लगता है जो गर्भाशय की दिवार की लाइनिंग को मोटा करने में मदद करता है जिससे वो स्पर्म के लिए अनुकूल वातावरण बना देता है।
धीरे धीरे एस्ट्रोजन हॉर्मोन में वृद्धि होने लगती है और ये एस्ट्रोजन हॉर्मोन ल्यूटिनाइजिंग हार्मोन (LH) में वृद्धि को बढ़ाता है। LH की वृद्धि एग के ओवरी से रिलीज होने का कारण होती है और महिला ओवुलेट (ovulation) (LH वृद्धि के 24 से 36 घंटे बाद) करती है।
अंडा फटने के बाद 12 से 24 घंटे के अंदर उनके fertilize होने की सबसे ज्यादा संभावना होती है। उस वक्त अगर पुरुष का शुक्राणु उनसे मिल जाता है तो आप प्रेग्नेंट हो सकती है।
अंडा फटने के बाद गर्भावस्था के लक्षण – Pregnancy Symptoms After Ovulation in Hindi
सबसे पहले तो आपको यह जानना होगा की गर्भधारण कैसे होता है और ओवुलेशन क्या है. इस रेड कलर के word पर क्लीक करके जानिए।
आपको गर्भधारण और ओवुलेशन की माहिती तो मिल ही गयी होगी. अब जानते है की ओवुलेशन के बाद प्रेगनेंसी के लक्षण कितने दिन में दीखते है (Pregnancy Symptoms After Ovulation) और एक महीने की प्रेगनेंसी के लक्षण कैसे दिखते हैं।
1. स्तनों में बदलाव
पीरियड आने से पहले प्रेगनेंसी के लक्षण में मुख्य लक्षण है की अंडा फटने के बाद गर्भवस्था के शुरुआत में महिला के स्तनों के आकार में वृद्धि होने लगती है। स्तन भारी और सवेंदनशील हो जाते है। ऐसा इस लिए होता है क्युकी तब शरीर में प्रोजेस्ट्रोन नमक हॉर्मोन की मात्रा में वृद्धि होती है। महिला के स्तनों को छूने पर भी हल्का दर्द महसूस होता है और निप्पल के रंग में भी परिवर्तन होके गहरे रंग का हो जाता है जिनसे आप अंदाज लगा सकते हो की आप pregnant हो।
2. पेशाब के रंग में बदलाव
जब महिला गर्भधारण कर लेती है तो उनके पेशाब का रंग धीरे धीरे पिला होने लगता है ऐसा इसलिए होता है क्युकी गर्भवस्था में किडनी पेशाब को अच्छे से filter नहीं कर पाती है इस लिए उनके पेशाब का रंग बदल के dark yellow होता जाता है. इनको भी आप प्रेगनेंसी के लक्षण इन फर्स्ट वीक कह सकते हो।
3. थकान महसूस होना
महिलाओ को गर्भावस्था के शुरूआती दिनों में थकान महसूस होती है यह भी एक संकेत है की आप प्रेग्नेंट हो। क्युकी गर्भावस्था के शुरूआती समय में महिला का शरीर एक नयी जान को पालने और जन्म देने के लिए तैयार हो रहा होता है जिनसे उनके शरीर में कुछ बदलाव होते जिनकी वजह से उनके बहुत से अंग भी दर्द करते है और महिला खुद को थका हुआ महसूस करती है।
4. गंध और सुगंध में परिवर्तन
प्रेगनेंसी कंसीव करने के बाद महिला के शरीर में hormonal changes होते है जिनकी वजह से उनको गंध और सुगंध में में बदलाव नजर आते है। मतलब की उनको कोई कोई गंध भी बहुत अच्छी लगती और कोई कोई सुगंध भी अच्छी नहीं लगती। बहुत सी महिलाओं में ओवुलेशन के बाद विभिन्न तरह की गंध का अनुभव होता है। ऐसा शरीर में बढे हुए एस्ट्रोजन के स्तर से होता है।
5. चक्कर आना
महिलाओ को शुरूआती समय में ज्यादातर weakness रहती है क्युकी उसके body में hormonal changes होते है जिनकी वजह से उनको चक्कर भी आ सकते है। अगर आपको भी ovulation के बाद चक्कर आने की समस्या हो रही है और आपके पीरियड मिस हो चुके है तो आप एक बार प्रेगनेंसी टेस्ट किट से प्रेगनेंसी टेस्ट जरुर कर ले।
6. मोर्निंग सिकनेस
प्रेगनेंसी के शुरूआती समय में महिलाओ को मोर्निंग सिकनेस की शिकायत रहती है और मतली भी आती है। यह लक्षण अंडा फटने के बाद गर्भावस्था रह गयी है तो भी नजर आने लगते है। ऐसा नहीं है की मोर्निंग सिकनेस और मतली सुबह ही आती है बल्कि बहुत सी महिलाओ को यह पुरे दिन में कभी भी होता है।
7. पेट में मरोड़ आना
ओवुलेशन के बाद ही महिलाओ को पेट में मरोड़ और ऐठन होने लगती है. यह कुछ समय के लिए ही रहती है। बहुत सी महिलाओ को यह पेडू में यानि की पेट के निचले हिस्से में होती है और कईओ को पेट की दोनों तरफ भी होती है।
8. शरीर का तापमान बढ़ना
ओवुलेशन के बाद ही शरीर के तापमान में वृद्धि होने लगती है। इसका मुख्य कारण है शरीर में प्रॉजेस्टरोन हॉर्मोन के स्तरों में वृद्धि होना। इस लिए अपने शरीर का तापमान जरूर मापे और इसके लिए सुबह का समय ही तापमान मापने का अच्छा समय होता है।
9. गेस और कब्ज की समस्या
ओवुलेशन के लक्षण यानि अंडा फटने के बाद गर्भवती महिला को गैस और कब्ज की समस्काया का भी सामना करना पड़ता है। ऐसा इसलिए होता है क्युकी गर्भधारण के बाद महिला की पाचनशक्ति मंद हो जाती है और उनको खाना पचाने में काफी समय लगता है। अगर आपको लगे की आपकी प्रेगनेंसी रुक गयी और आपको कब्ज और गेस हो रही है तो बिना doctor के कोई भी दवाई ना ले क्युकी ऐसा करने से आपकी प्रेगनेंसी को खतरा हो सकता है और miscarriage होने की भी संभावना रहती है।
10. सरदर्द होना
pregnancy के दौरान महिलाओ के सर में दर्द होने लगता है और यह प्रेगनेंसी के शुरूआती दिनों में ज्यादा रहता है क्युकी प्रेग्नेंसी के समय शरीर में रक्त के स्तर में वृद्धि होने लगती है इस कारण सरदर्द होता है।
11. मासिक धर्म आना बंद होना
सामान्यतर पर हर महिला को हर महीने मासिकधर्म (period) होता है। अगर किसी भी महिला का मसिकधर्म रुक गया है तो यह उनके लिए एक संकेत है की वो गर्भवती है यानि की उसने प्रेगनेंसी कंसीव कर ली है।
12. बार बार पेशाब आना
गर्भधारण के बाद महिला के शरीर में रक्त संचार बढ़ने लगता है और यह प्रक्रिया uterus में भी होती है और हार्मोन की बदलाव के कारण गर्भाशय की सूजन से मूत्राशय (balder) पर हल्का दबाव पैदा होता है जिससे महिला को बार बार पेशाब जाना पड़ता है।
13. खाने की इच्छा बढ़ना
जैसे ही महिला गर्भधारण कर लेती है तो उनके मन में खाने की लालसा बढ़ जाती है और उनके मन में कुछ अलग अलग खाने की इच्छा होती रहती है। वैसे भी प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओ की डाइट भी बढ़ जाती हैं। पर ऐसे में महिलाओ को बहार का खाना और junk food खाने से बचना चाहिए।
14. कमर में दर्द होना
औरतो को आम दिनों में यदि कमर दर्द नहीं होता है और ओवुलेशन के बाद अचानक से कमर दर्द करने लगे तो हो सकता है की आप pregnant हो क्युकी प्रेगनेंसी के दौरान कमर के अस्थि बंध खुल जाते है जिसके कारण कमर दर्द होने लगता है।
15. मुड स्विंग होना
अचानक मुड में परिवर्तन आना भी प्रेगनेंसी का लक्षण है। अगर कोई भी चीज आपको पसंद आ रही है और कुछ ही देर में वो नापसंद लगे तो यह मुड स्विंग है। ऐसा hormonal के बदलाव के कारण होता है।
16. उलटी आना
ओवुलेशन के बाद अगर आपको उल्टी आ रही है तो यह भी गर्भावस्था के लक्षण में आता है।
17. मासिक धर्म जैसा महसूस होना
ओवुलेशन के बाद गर्भावस्था के शुरुआत में मासिक धर्म (पीरियड) जैसा महसूस होता है मतलब की पेडू में दर्द, ऐठन और पीठ दर्द आदि।
कब तक रहता है ओवुलेशन ?
ओवुलेशन (meaning of ovulation in hindi) आमतौर पर मासिक धर्म चक्र के 28 दिनों में 14 वे दिन के आसपास होता है। हालाकि हर महिला का मासिक धर्म का चक्र एक जैसा नहीं होता है। हर महिला में ओवुलेशन 14 दिन में नहीं होता है।
अगर आपकी उम्र 30 साल से कम की है और आपका पीरियड रेगुलर है तो आपका ओवुलेशन पीरियड आपकी मासिक की तारीख से 10-18 दिन के बिच में होता है। यानि की आपकी प्रेग्नेंट होने की संभावना उन दिनों में ज्यादा होती है। सीधा समजे तो ओवुलेशन आपके period cycle के बिच के दिन से लेकर 2 दिन आगे और 2 दिन पीछे के समय में होता है। यानि की देखा जाये तो आपके मासिक धर्म चक्र के 28 दिनों में 6 दिन ओवुलेशन रहता है।
प्रेगनेंसी के लक्षण कितने दिन में दीखते है – Symptoms of Pregnancy in Hindi
अगर बात करे प्रेगनेंसी के लक्षण की तो प्रेगनेंसी के लक्षण (गर्भवस्था के लक्षण) सामान्यत अंडा फटने के बाद यानी ओवुलेशन के बाद फर्स्ट वीक में ही (एक हप्ते में ) दिखते हैं लेकिन हम इसे इतना जल्दी पहचान नहीं पाते हैं। उस वक्त किसी भी महिला के लिए यह जानना मुश्किल हो जाता है की वह pregnant है या नहीं।
बहुत सी महिलाओ को उनके पीरियड शुरू होने से पहले भी प्रेगनेंसी के शुरूआती लक्षण दिखाई देते है। सामान्यतौर पर पीरियड्स का रुक जाना और उल्टी और मतली आने को ही गर्भावस्था के लक्षण माने जाते हैं लेकिन पीरियड आने से पहले प्रेगनेंसी के लक्षण भी दिखाई देते हैं जिन्हें आप समझ नहीं पाती है। अंडा फटने के बाद यानी ओवुलेशन के बाद गर्भवती महिला के शरीर में कुछ और बदलाव भी होते हैं, जिन्हें प्रेगनेंसी के लक्षण इन फर्स्ट वीक कहा जाता है।
Conclusion
ओवुलेशन के बाद गर्भावस्था के इस तरह के लक्षण दिखाई देते है। इस लिए अगर आप भी इस तरह के कोई भी लक्षण को महसूस करती है तो हो सकता है की आप pregnant हो। इसी लिए आपको सबसे पहले अपना प्रेगनेंसी टेस्ट करना चाहिए और positive pregnancy test आने पर doctor से consult करे।
FAQs:
अंडा फटने के बाद कितने दिन में प्रेग्नेंट होना है?
अंडा फटने के बाद 12 से 24 घंटे के अंदर उनके fertilize होने की सबसे ज्यादा संभावना होती है। उस वक्त अगर पुरुष का शुक्राणु उनसे मिल जाता है तो आप प्रेग्नेंट हो सकती है।
अंडा फटने के बाद क्या लक्षण होते हैं?
1. स्तनों में बदलाव
2. पेशाब के रंग में बदलाव
3. थकान महसूस होना
4. गंध और सुगंध में परिवर्तन
5. चक्कर आना
6. मोर्निंग सिकनेस
7. पेट में मरोड़ आना
8. शरीर का तापमान बढ़ना
अंडा फटने के बाद क्या करना चाहिए?
अंडा फटने के बाद 12 से 24 घंटे के अंदर उनके fertilize होने की सबसे ज्यादा संभावना होती है। उस वक्त अगर पुरुष का शुक्राणु उनसे मिल जाता है तो आप प्रेग्नेंट हो सकती है।
ओवुलेशन के बाद प्रेगनेंसी कब पता चलती है?
अंडा फटने के बाद यानी ओवुलेशन के बाद गर्भवती महिला के शरीर में कुछ और बदलाव भी होते हैं, जिन्हें प्रेगनेंसी के लक्षण इन फर्स्ट वीक कहा जाता है।
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