12 प्रेगनेंसी के लक्षण | pregnancy symptoms in Hindi

अगर आप माँ बनना चाहती है यानि की आप प्रेगनेंसी (early pregnancy symptoms before missed period in hindi) प्लान कर रही है तो आपके लिए ये बहुत ही ख़ुशी की बात है ऐसे में कई महिलाओ को बहुत ही जल्दी होती है की जल्द ही उनको पता चल जाये की वो pregnant है या नहीं। यदि आपका पीरियड मिस हो चूका है तो यह आपके प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण (pregnancy symptoms in hindi) यानि की प्रेगनेंसी के लक्षण (pregnancy hone ke lakshan) हो सकते है।

वैसे तो market में pregnancy check kit मिलती है जिनसे आप अपने पीरियड मिस होने के बाद प्रेगनेंसी टेस्ट कर सकती है पर अगर आप घर पे ही पता लगाना चाहते हो की आप pregnant हो या नहीं तो इस आर्टिकल में आपको प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण कैसे होते हैं उसके बारे में detail में जानकारी मिल जाएगी। 

प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण  (pregnancy ke lakshan) की बात करे तो period miss होना ही सबसे मुख्य प्रेगनेंसी के लक्षण में आता है। बाकी सारे लक्षण तो हर एक महिला में अलग अलग होते है। पर ज्यादातर लक्षण ऐसे है जो हर महिला में दीखते ही है अगर उनको pregnancy रह गई है हो। जिनसे आप घर पे ही पता लगा सकते हो की आपको pregnancy रही है या नहीं। कई कई case में महिला को पीरियड आने से पहले प्रेगनेंसी के लक्षण दिखाई देने लगते है। 

प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण – early pregnancy symptoms in hindi

1. पीरियड का मिस होना
2. हल्का सा रक्तस्त्राव होना
3. मॉर्निंग सिकनेस होना
4. मूड स्विंग होना
5. थकान महसूस करना
6. उलटी होना
7. शरीर का तापमान बढ़ जाना
8. स्तन और निप्पल में दर्द होना
9. बार बार पेशाब आना
10. गंध में बदलाव
11. खाने की इच्छा ने बदलाव
12. पाचन और कब्ज की समस्या
चलिए अब इन सारे Topics को detail में जानते है। इन्हे आप पहले महीने के प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण या एक महीने की प्रेगनेंसी के लक्षण भी कह सकते हो क्युकी जब आपको ये लक्षण दिखाई देते है तब आपका पहला महीना हो चूका होता है। प्रेगनेंसी के शुरूआती लक्षण ओवुलेशन समय में सबंध बनाने के बाद और पीरियड मिस होने के 7 दिन यानि की 1 हप्ता पहले दिखाई देते है।
12 प्रेगनेंसी के लक्षण 

1. पीरियड का मिस होना

अगर आप प्रेगनेंसी कंसीव चाहती है और उस दौरान आपके period मिस होते है तो हो सकता है की आप pregnant हो। क्युकी पीरियड मिस होना प्रेगनेंसी के शुरूआती लक्षण (early pregnancy symptoms) माना जाता है। पर ये 100 % सच नहीं होता है क्युकी कई बार कोई और भी कारण हो सकता है पीरियड मिस होने का तो प्रेगनेंसी का सही पता तो प्रेगनेंसी किट से टेस्ट करके या फिर डॉक्टर से चेक करवाके ही चलेगा। 

2. हल्का सा रक्तस्त्राव होना 

कई बार फलित अंडा गर्भाशय की दिवार के साथ जुड़ता है तब हल्का सा रक्तस्त्राव होता है इन्हे इम्प्लांटेशन ब्लीडिंग कहते है। ये रक्तस्त्राव पीरियड के ब्लीडिंग से थोड़ा अलग होता है और उनका कलर भी light होता है। ये रस्तस्त्राव कुछ घंटो के लिए ही रहता है और हल्का सा दाग  होता है। हलाकि ये रक्तस्त्राव सब महिलाओ में नहीं होता है।

3. मॉर्निंग सिकनेस होना 

बहुत सारी महिलाओ को शुरूआती दिनों में मॉर्निंग सिकनेस होती है मतलब की सुबह उठते ही शरीर में कमजोरी सी लगती है ये इस लिए होता है क्युकी हमारे शरीर में hormonal changes हो रहे होते है।

4. मूड स्विंग होना 

गर्भवस्था में महिला का मूड जल्दी ही स्विंग (बदल) हो जाता है बिना बात पे हसना, गुस्सा करना, चिड़ना ये आम बात है क्युकी प्रेगनेंसी के शुरुआत के समय में हार्मोनल इम्बैलेंस के कारन ये होता है। 

5. थकान महसूस करना

प्रेगनेंसी के शुरुआती समय में आपका शरीर बच्चे को पोषण देने और पालने के लिए तैयार हो रहा होता है ऐसे में  शरीर में कमजोरी और थकान महसूस हो सकती है और उस दौरान महिला के शरीर में प्रोजेस्ट्रोन का स्तर बढ़ता है जिस से आपको बेचैनी और ज्यादा नींद भी आ सकती है। हलाकि ये सारी महिलाओ में नहीं होता है।इस लिए हर महिला को ये सवाल होता है की वो प्रेगनेंसी के दौरान क्या काम करे जिस से उनको कोई परेशानी ना हो। 

 6. उलटी होना

गर्भधारण के बाद उलटी होना आम बात है क्युकी शरीर में हॉर्मन के घटने बढ़ने के कारन ये होता है। तो अगर कोई महिला कंसीव करना चाहती है और उनको उलटी की समस्या हो रही है तो हो सकता है वो प्रेग्नेंट हो।
7. शरीर का तापमान बढ़ जाना 
अगर महिला को प्रेगनेंसी कंसीव हो गयी है तो उनका शरीर का तापमान सामान्य से ज्यादा होता है। अगर आप notice करोगे तो और हो सकता है की पूरी प्रेगनेंसी के दौरान शरीर का तापमान जयादा रहे क्युकी प्रेगनेंसी के दौरान शरीर में hormonal changes के कारन ये होता है।

8. स्तन और निप्पल में दर्द होना

कुछ महिलाओ को प्रेगनेंसी के शुरुआती दिनों में स्तन भारी लगते है और निप्पल में दर्द रहता है ये भी शरीर में हॉर्मोन के बदलाव के कारन होता है तो अगर महिला के पीरियड मिस हुए है और उन्हें स्तन और निप्पल में दर्द हो रहा होता है तो हो सकता है की वो प्रेगनेट हो। हलाकि ये दर्द शुरू के 1-2 महीने में ठीक हो जाता है।

9. बार बार पेशाब आना

अगर आपने गर्भ धारण कर लिया है तो आपको बार बार पेशाब आता है ऐसा इस लिए होता है क्युकी गर्भधारण के बाद आपके शरीर में रक्त के परिभ्रमण बढ़ जाता है और किडनी ज्यादा तरल पदार्थ बहार निकालती है जो पेशाब के द्वारा बहार निकलता है। 

 10. गंध में बदलाव

ज्यादातर महिलाओ को गर्भधारण के बाद गंध में बदलाव आने लगता है कुछ ऐसी गंध जो उनको बिलकुल भी अच्छी नहीं लगती है और कुछ ऐसी गंध जो उन्हें बहुत अच्छी लगती है ये भी हॉर्मन के बदलाव के कारन ही होता है। 

11. खाने की इच्छा ने बदलाव

सारी महिलाओ को गर्भधारण के बाद खाने की रूचि में बदलाव आ जाता है शुरू के कुछ दिनों में कुछ भी खाने का मन नहीं होता है और बाद में जो उनको पहले पसंद था वो बिक्लुल भी अच्छा नहीं लगता और जो पहले नापसंद था वो खाने की इच्छा होती है ये भी हॉर्मोन के बदलाव से ही होता है। 

12. पाचन और कब्ज की समस्या

गर्भधारण के बाद पाचनक्रिया मंद हो सकती है जिस से आपको पाचन से लगती समस्या जैसे की गैस, कब्ज, ब्लोटिंग की शिकायत रहती है। ये early pregnancy symptoms (प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण)होते है। कई महिलाओ को गर्भधारण के तुरंत बाद ही पाचन और कब्ज की समस्या होने लगती है जिस से उनको प्रेगनेंसी टेस्ट करने से पहले ही  गर्भधारण के पता चल जाता है।

प्रेगनेंसी के दौरान रखे यह सावधानिया

आपको अगर ऊपर दिए गए प्रेग्नेंट होने के लक्षण (pregnancy symptoms before missed period in hindi) दिख रहे है तो हो सकता है की आप pregnant हो। इस लिए आपको सबसे पहले पीरियड मिस होने के 7 दिन बाद अपना प्रेगनेंसी टेस्ट जरूर करना है। अगर आप प्रेग्नेंट हो चुके हो तो आपको यहाँ पर दी गयी कुछ सावधानिया रखनी होगी। क्युकी जरा भी सी लापरवाही से आपको miscarriage भी हो सकता है।

पीरियड मिस होने के बाद

  • शुरूआती महीनो में सावधानी

शुरूआती 2-3 महीने तक sex करने से बचे क्युकी भ्रूण अभी तक गर्भ में set हो रहा होता है।

  •  अधिक दवाइयों का सेवा ना करे

प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओ को बहुत सी छोटी छोटी समस्या और बीमारी होती रहती है। इस लिए हर बार दवाइयों का सेवन करने से बचे। क्युकी यह गर्भ मर पल रहे नवजात के लिए नुक्शानदायक होता है।

  • आदिक भगदौड़ और व्यायाम ना करे

महिला को प्रेगनेंसी के दौरान जरूरत से ज्यादा भागदौड़ और व्यायाम नहीं करना चाहिए। इस से बच्चा निचे आने की सम्भावना बढ़ जाती है और प्रसूति समय से पहले हो सकती है।

  • भारी सामान ना उठाये

गर्भधारण के बाद महिला को भारी सामान नहीं उठाना चाहिए क्युकी इस से पेट पर दबाव आ सकता है और miscarriage होने की संभावना बढ़ जाती है और यह माँ और बच्चे के लिए हानिकारक होगा।

तो ये थी की पूरी जानकारी प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण (प्रेगनेंसी के लक्षण) यानि की (pregnancy symptoms before missed period in hindi) कैसे होते हैं के बारे में अगर आपको भी ऊपर दिए गए कोई भी लक्षण दिखाई देते है तो हो सकता है की आपने गर्भ धारण कर लिया हो पर कोई भी फैसला लेने से पहले एक बार प्रेगनेंसी (pregnancy) किट से टेस्ट जरूर कर ले और डॉक्टर से जाँच जरूर कर ले क्युकी डॉक्टर से पास जाकर ही आपको सही पता चलेगा।

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