Hello Parents, आपको तो पता ही है कि जमाना बहुत ही fast हो चुका है की बच्चे के जन्म के साथ ही हम उसे कुछ ना कुछ एक्टिविटी स्टार्ट (activity start) कर देते हैं। क्युकी अब माता-पिता में भी जागृतता (awareness) आ गई है की बच्चे जो है वो जल्दी से सिख लेते है। मतलब की जितना छोटा बच्चा होगा उतना ही वो जल्द से चिजो को समज लेता है और सभी माता-पिता (parents) यही चाहते हैं की उनका बच्चा है वो चतुर और बुद्धिमान (smart) बने। इस लिए माँ-बाप सोचते रहते है की बच्चों को कैसे पढ़ाएं (bacho ko kaise padhaye) या बच्चों को कैसे पढ़ाया जाये जिस से बच्चे होशियार बने और उनका नाम रोशन करे।
पैरेंट्स बच्चो को सीखना तो सब कुछ चाहते हैं पर बच्चे तो बच्चे होते हैं उनको पढाई कम पसंद आती है। उन्को तो बस पुरे दिन खेलना ही होता है। ऐसे में माता-पिता परशान रहे हैं की बच्चो को कैसे पढ़ाये? या खेल खेल में बच्चों को कैसे पढ़ाएं ?
पढ़ाने का मतलब सिर्फ उनको किताबो का ज्ञान यानि की जो उनके syllabus में होता है वो ही नहीं होता है। सबसे पहले तो बच्चो को घर में ही basic की चीजे होती है वो सिखानी पड़ती है। छोटे बच्चो की पढ़ाई में संस्कार भी उतने ही महत्वपूर्ण निभाते है जो किसी school में नहीं सिखाया जाता।
छोटे बच्चे होते है वो कच्चे घड़े की तरह होते है उन्हें आप जिस भी आकर में ढालना चाहते हो उन्हें ढाल सकते हो। वैसे ही बच्चो को भी बहुत प्यार से और आपको जिस तरह से उन्हें बनाना है उस तरह से nurture करना पड़ता है।
ऐसा नहीं है की बच्चे सिर्फ आपसे ही सीखते है वो उनके दोस्तों के साथ रहकर खेल खेल में भी बहुत कुछ सीखते है पर वो आपके साथ सबसे ज्यादा होते है। और बच्चे भी आपसे प्यार चाहते है। इस लिए आप उन्हें शुरू से यानि की उनमे बचपन से ही अच्छी आदते डालेंगे तो बाद में जाके आपको ही बच्चे को समझाने में आसानी रहेगी और वो आपकी सारी बाते सुनेगे और उनका अनुकरण भी करेंगे।
आजकल की busy life में माँ-बाप के पास इतना समय भी नहीं होता है और माँ-बाप को पता ही नहीं होता है की बच्चे को पढ़ाने का सही तरीका क्या है। उन्हें बस यही लगता है की अगर बच्चा उनकी बात नहीं मानता है और अच्छे से पढाई नहीं करता है तो उनको डाँटते या मारते है। उनको लगता है की बस एक यही सही option है। पर क्या यह उचित है उस बच्चे की पढाई के लिए ? बिलकुल भी नहीं। जितना आप बच्चे को डाँटोगे और मरोगे उतने ही बच्चे पढाई से दूर भागेंगे।
तो इस आर्टिकल में आपको बच्चों को कैसे पढ़ाएं और क्या है बच्चो को पढ़ाने का अनोखा तरीका उनका हल मिल जायेगा। यहाँ पर मेने बच्चो को पढ़ाने के तरीके आपके साथ शेयर किया है जिनसे आपका बच्चा है वो आसनी से पढेगा और साथ ही साथ अच्छे से भी पढेगा, मतलब की वो इंटरेस्ट (interest) लेके पढेगा। और आप छोटे बच्चों की पढाई (chote bacho ko kaise padhaye) भी ऐसे ही कर सकते है।
इस लेख में आपको बड़े बच्चों को पढ़ाने का तरीका, कमजोर बच्चों को पढ़ाने के तरीके, खेल खेल में बच्चों को कैसे पढ़ाएं के तरीके मिल जायेगे क्युकी इस में दिए गए तरीके से आप बच्चो का मन जित सकते हो और अगर बच्चा आपकी respect करेगा तो आप कहोगे तो अच्छे से पढाई भी करेगा।
अगर आप सोच रहे हो की 2 साल के या 3 साल के बच्चे को कैसे पढ़ाएं तो आपके लिए भी यह तरीके helpful रहेंगे। पर उनके लिए आपको ये तरीके जानना बहुत ही जरुरी है की बच्चो को कैसे पढ़ाये (बच्चों को सिखाने का तरीका)
बच्चों को कैसे पढ़ाएं – baccho ko kaise padhaye
खेल खेल में बच्चों को कैसे पढ़ाएं | घर पे ही बच्चों को कैसे पढ़ाएं
1. बच्चें को डिसिप्लिन सिखाएं
सबसे पहले आपको अपने बच्चे को अनुशासन (discipline) के बारे में बताना है की कैसे अनुशासन (discipline) में रहना होता है, मतलब की घर के अंदर या बहार कहीं भी जाते हैं तो बच्चे उनका व्यवहार अच्छे से करे।
2. बच्चे को डराए, धमकाए नहीं
जब आप बच्चे को पढ़ाते हो तो उनको डांट मत दीजिये इसकी बजाये आप बच्चे को शांति से बता सकते हो की क्या विषय (topic) है। इस से आपके बच्चे को गुस्सा नहीं आएगा और पढाई में ध्यान देगा। अगर आप उनको डराओगे और धमकाओगे तो ये बच्चे केदिमाग पर खराब असर डाल सकता है।
3. बच्चे को किसी और के सामने डांटें नहीं
अगर आप अपने बच्चे को कहीं भी या किसी के सामने बार डाँटते हो या फिर नीचा दिखाते हो तो बच्चा आपका सम्मान नहीं करेगा और जब आप उनको कोई भी बात बोलोगे या फिर पढाई कराओगे तो वो आपकी बात नहीं मानेगा। इस लिए दुसरो के सामने अपने बच्चो की हमेशा वैल्यू (प्रशंशा) करे।
4. फोटो (Photo) वाली किताबें पढ़ाएं
बच्चे को अगर आसानी ने पढ़ाना है तो आप जो भी विषय है उनके संबंधित किताबें लिजिये और उसे तस्वीरें दिखाकर पढ़ाओगे तो बच्चे आसानी से और आराम से पढाई करेंगे।
5. बच्चे की बातों को अनसुनी ना करें
बच्चे हर बात बात पर माता-पिता को सवाल करते रहते हैं क्योंकि उनको सब कुछ जानने की तलप (उत्साह) रहती है, ऐसे में आपको बच्चे की हर बात को प्यार से सुनना है और उसकी बातो का जवाब भी देना है। क्यूकी ऐसा नहीं करने से बच्चे ज़िद्दी बन जाते हैं।
6. खिलौनों का सहारा ले
अगर आपका बच्चा छोटा है तो उनको पढाने के लिए आप खिलोने का इस्तमाल (उपयोग) कर सकते हैं। क्यूकी ऐसा जरुरी नहीं है की बच्चे जो है वो सिर्फ किताबो से ही सिखते है। Toys का use करके आप उनको colours, गिनती सब सीखा सकते हैं। मतलब की आप बच्चो को खेल खेल में सीखा सकते हो।
7. कविता (Poem) के जरिये पढ़ाएं
बच्चो की पढाई में कविता भी बहुत जरूरी होती है। आप उन्को हररोज अलग-अलग कविता दीखा कर या फिर आप खुद कविता गा कर भी उनको सिखा सकते हैं उनसे बच्चे को अलग भाषा सीखने को मिल जाएगी।
8. बच्चे को कैद में न रखे
बच्चा जीतना बहार की दुनिया में रहेगा उतना ही उनका विकास है वो जल्दी से और अच्छे से होगा। इस लिए आप बच्चे को दिन में थोड़ी देर के लिए बाहर खेलने दिजिये हमेशा केद में मत रखिए।
9. बच्चों पर कभी हाथ न उठाये
ये बात माता-पिता को समजाना मुश्किल है की बच्चे पर हाथ ना उठाये, माता-पिता मानते है की बच्चे को एक दो बार जोर से डांट या फिर मार लेगे तो सुधर जाएंगे पर ऐसा करने से उल्टा बच्चा आपसे नफरत करने लगेगा, उसकी बजाये आप उनको प्यार से भी समजा सकते हो।
10. बच्चो का मनोबल बढ़ाये
यदि बच्चे कुछ नया हासिल (achieve) करते हैं या फिर वो कुछ नया सिख जाते हैं तो आपको उनकी तारिफ करनी है। इस से बच्चे को और भी कुछ नया सिखने का मन होता है।
11. कंप्यूटर का सहारा ले
अगर आपका बच्चा थोड़ा बड़ा है तो आप उनको कंप्यूटर के जरिये भी पढ़ा सकता है। आपको जो भी टॉपिक पे पढाई करवानी है उसका material आप ऑनलाइन find करके उन्हें सिखा सकते हो।
12. बच्चे को इनाम दे
अगर बच्चा कुछ नया सिखता है या फिर आप जो उन्हे सिखा रहे हो उन्हें अच्छे से सिख लेता है तो आप उनको इनाम दिजिये। इस से की बच्चे को और सिखने में रुचि लगेगी।
13. बच्चो को पढ़ाने वाला ऐप
आपका बच्चा अगर 5 साल से बड़ा है तो आप उनके लिए बच्चो को पढ़ाने वाले ऐप आते है उनका उपयोग कर के घर पे पढ़ा सकते हो। आजकल बहुत से ऐप आते है जैसे की BYJU’S, Quick Math’s, Amazon Kindle, Coursera, Duolingo, Khan Academy, LinkedIn Learning विगेरे
14. फ्लैश कार्ड (flash card) का उपयोग
15. story (वार्ता) के जरिये
इसके अलावा पेरेंट्स को यह याद रहे की बच्चे की पढ़ाई यानि की उनका हर तरह का विकास है वो उनके बचपन में ही होता है। जितनी अच्छी और मजबूत उनकी नीव होगी उतने ही अच्छे और गुणकारी उनके बच्चे बड़े होकर बनेगे। जिन बच्चो को बचपन में सही परवरिश नहीं मिलती है वो बच्चे कमजोर रहते है। और बच्चो को जो भी सिख और आदते बचपन में सिखाई जाती है उनको वो जिंदगीभर नहीं भूलते इसलिए बच्चो को ऐसे पढ़ाये।
तो ये थी कुछ आसान सी टिप्स की बच्चों को कैसे पढ़ाएं (bacho ko kaise padhaye) और बच्चों को पढ़ाने का अनोखा तरीका के बारे में जो आपके लिए बहुत ही मददगार रहेंगी। उमीद है की आपको ये लेख पसंद आया होगा।
Happy Parenting.
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